१.पगा बलती दीखे कोनी, डूंगर बलती दीखे
दूसरों की बुराई जल्दी दिखाई देती है
२.पराई थाली में घी घणो दीखे
पराई चीज ज्यादा अच्छी लगती है
भावार्थ
उपरोक्त दोनों राजस्थानी कहावतें मनुष्य स्वभाव को दर्शाती है
इनके अनुसार मनुष्य अपने परायो की मानसिकता का शिकार है
ख़ुद के अवगुण नजर नही आते और जो मिला उसमे संतोष नही होता .
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