Sunday, August 23, 2009

पूत सपूत



१.पूत
सपूत तो क्यूँ धन संचे पूत कपूत तो क्यूँ धन संचे

अर्थात धन का संचय नही करना चाहिये

२.पूत रा पग पालना में ही दीखे
अर्थात बच्चे का अच्छे बुरे का बचपन में ही लग जाता है

३.पूत की माँ परे सी काम की माँ उरे सी
अर्थात काम करने वाले का महत्व होता है

४.काते जिका का सूत जाणे जिका का पूत
अर्थात उत्पादन करने वाले का स्वामित्व होता है
५.दूधो नहाओ पूतों फलो
अर्थात सोभाग्य एवं वंश वृधि का आशीर्वाद

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